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Saturday, April 26, 2025

April 26, 2025

....विश्व मलेरिया दिवस

....विश्व मलेरिया दिवस 
जींद: जिला जीन्द में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। इस उपलक्ष पर पूरे जिलें में धरातल स्तर पर लोगों को मलेरिया के प्रति जागरूक करने के लिए सेमिनार, रैलियां, नुकड़ सभाएं एवं प्रतियोगिताएं (स्लोगन/पेंटिंग/क्विज) आयोजित करवाएं गए, जिसकी अध्यक्षता डाॅ0 सुमन कोहली, मान्नीया सिविल सर्जन, जीन्द, व डाॅ0 विजेन्द्र ढ़ांड़ा, उप-सिविल सर्जन (मलेरिया) जीन्द ने की व  उनकेे नेतृत्व में यह सभी प्रोग्राम सफलतापूर्ण रहे।
 सम्पूर्ण जिलें में अनेकों प्रोग्राम आयोजित किये गए, जिनमें से जिला जीन्द के अन्तर्गत एस0के0 नर्सिंग स्कूल मे चेयरमैन श्री राधेश्याम शर्मा एवं श्री राममेहर वर्मा सिनियर मलेरिया निऱिक्षक के नेतृत्व मे विश्व मलेरिया दिवस 2025 के अवसर पर इन सभी कार्यकर्माे का आयोजन किया जिसमे डाॅ0 सुमन कोहली, मान्नीया सिविल सर्जन, डाॅ0 पाले राम कटारिया, उप-सिविल सर्जन (चिकित्सा) व डाॅ0 विजेन्द्र ढ़ाड़ा, उप-सिविल सर्जन (मलेरिया), जीन्द ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर  सीरकत की। एस0 के0 नर्सिंग स्कूल जीन्द मे बच्चो ने मलेरिया के प्रति जागरूक करने के लिए नाटक रूपान्तरण बड़े ही अनोखे ढ़ंग से प्रस्तुत किया। क्वीज मुकाबला एवं भाषण प्रतियोगिताओ के माध्यम से आमजन को मलेरिया के प्रति पूर्ण रूप से जागरूक करने का सहारनीय कार्य किया। इस मौके पर एस0 के0 नर्सिंग स्कूल जीन्द के सभी विद्यार्थी, अध्यापकगण एवं स्वास्थ्य विभाग से श्री राममेहर वर्मा सिनियर मलेरिया निऱिक्षक, श्री राजकुमार एपिडिमियोलोजिस्ट , श्री राजेश शर्मा , डा0 सुरेश मेहरा , श्री राकेश मिश्रा एंवम अन्य हैल्थ वर्कर मौजुद रहे।
इसी कड़ी मे एम0आर0सी0आर0 पब्लिक स्कूल जुलाना जिला जीन्द द्वारा भी एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रधानाचार्य श्री मोहित मित्तल, डा0 सजींव शर्मा, प्रवर चिकित्सा अधिकारी जुलाना ने की और जिसमे डाॅ0 विजेन्द्र ढ़ाड़ा, उप-सिविल सर्जन (मलेरिया), जीन्द ने विशिष्ट अतिथि के तौर पर सीरकत की। यहा पर उपरोक्त वर्णित कार्यक्रमो का आयोजन किया गया जो कि पूर्णतय सफल रहा। यहां भी बच्चो ने मलेरिया के प्रति जागरूक करने के लिए नाटक रूपान्तरण बड़े ही अनोखे ढ़ंग से प्रस्तुत किया। क्वीज मुकाबला एवं भाषण प्रतियोगिताओ के माध्यम से आमजन को मलेरिया के प्रति पूर्ण रूप से जागरूक करने का सहारनीय कार्य किया। इस मौके पर एम0आर0सी0आर0 पब्लिक स्कूल के सभी विद्यार्थी, अध्यापकगण एवं स्वास्थ्य विभाग से डा0 सजींव शर्मा, प्रवर चिकित्सा अधिकारी, श्री राजकुमार, एपिडिमियोलोजिस्ट, श्री रमेश कुमार एम.पी.एच.एस., सत्यवीर एम0पी0एच0एस0 और अमित  एम0पी0एच0 डब्ल्यू एंवम अन्य हैल्थ वर्कर मौजुद रहे।
डाॅ. विजेन्द्र ढ़ाडा, उप-सिविल सर्जन, मलेरिया, जीन्द ने भी लोगों को विश्व/भारत देश को मलेरिया मुक्त करने के अभियान मे उपस्थित लोगो को जागरूक करने के दोरान यह शपथ दिलवाई की वो इसमे वढ-चढ कर सहयोग करेगे। साथ ही साथ विश्व मलेरिया दिवस 2025 को सफल बनाने वाले सभी अधिकारियो/कर्मचारियो को और नाटक रूपान्तरण, क्वीज मुकाबला एवं भाषण प्रतियोगिताओ मे भाग लेकर आमजन को जागरूक करने वाले सभी विद्यार्थियो को प्रशंसा पत्र वितरित किये गए।
जिला जीन्द में विश्व मलेरिया दिवस 2025 को बड़े ही हर्षो-उल्लास के साथ मनाया। विगत वर्षो की भान्ति इस वर्ष भी मुख्य केन्द्र स्कुली बच्चे ही रहे, जिन्होने मलेरिया के प्रति जागरूक करने के लिए सेमिनार, रैलियां, एवं प्रतियोगिताएं (स्लोगन/पेंटिंग/क्युज) आयोजित की गई।
इस उपलक्ष पर डाॅ. विजेन्द्र ढ़ाडा, उप-सिविल सर्जन, मलेरिया, जीन्द ने जिला जीन्द के सभी पत्रकारो एवं सोशल मिडियाकर्ताओ से अपील की कि वे पूरे जिलें में धरातल स्तर पर आयोजित किये जा रहे सेमिनार, रैलियां, नुकड़ सभाएं एवं प्रतियोगिताओ (स्लोगन/पेंटिंग/क्विज) को अपने समाचार पत्रो एवं सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचारित करते हुए आमजन को मलेरिया रोग के प्रति बचाव एवं सतर्कता बरतने बारे जागरूक करने का प्रयास करेगें। इसके साथ साथ उप सिविल सर्जन मलेरिया ने बताया कि पिछले पाच सालो से जिला जीन्द मे कोई भी indigenous का केस नही है। और भारत सरकार के 2030 तक भारत को मलेरिया मुक्त बनाने के उदेश्य को पुरा करने हेतू प्रतिबद्वतता जताई।

Thursday, April 24, 2025

April 24, 2025

जींद में मां के साथ गैंगरेप, बेटी का मर्डर बिना पोस्टमार्टम श्मशान में दबाया, प्रशासन ने निकलवाया, कूड़े के ढेर पर बेसुध मिली मां

जींद में मां के साथ गैंगरेप, बेटी का मर्डर 
बिना पोस्टमार्टम श्मशान में दबाया, प्रशासन ने निकलवाया, कूड़े के ढेर पर बेसुध मिली मां
जींद : जींद में एक महिला के साथ गैंग रेप कर उसकी पांच साल की बेटी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करवाए बिना ही उसे श्मशान में दबा दिया। प्रशासन को जैसे ही इस मामले का पता चला तो उन्होंने श्मशान में जाकर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को निकलवाया। बच्ची की मां बेसुध हालत में कूड़े के ढेर के पास मिली है। शहर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। 
जानकारी के अनुसार झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली एक 35 साल की महिला ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि उसका परिवार कूड़ा बीनने का काम करता है। मंगलवार की रात को उसके पति का पड़ोसी झुग्गी वाले अमित के साथ झगड़ा हो गया। उसके पति को चोट भी आई लेकिन पुलिस में शिकायत दी तो समझौता करवा दिया गया। उसके बाद रात को उसका पति बाहर चला गया तो वह अपने तीन बच्चों के साथ झोपड़ी में सो रही थी। आरोपी अमित तीन युवकों को साथ लेकर आया उसे बेसुध कर के उसे और उसकी पांच साल की बच्ची को उठा ले गया। कूड़े के ढेर की तरफ ले जाकर उसकी पांच साल की बच्ची की गला घोटकर हत्या कर दी और उसके साथ चारों आरोपियों ने गैंग रेप किया। वह पूरी रात बेसुध हालत में कूड़े के ढेर पर ही पड़ी रही। सुबह किसी ने उसे देखा और झोपड़ी में छोड़ गए। उसके होश में आने से पहले ही उसकी बच्ची को श्मशान में ले जाकर दफना दिया। वीरवार को उसे होश आया तो उसने अपने पति को सारी बातें बताई। इसके बाद पुलिस को मामले की शिकायत दी गई और ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में श्मशान घाट से शव को निकलवाया गया। शहर थाना पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मर्डर, गैंग रेप समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

Monday, April 21, 2025

April 21, 2025

जेईई मेन-2025 में हिसार के सक्षम जिंदल सहित 24 छात्रों द्वारा 100 पर्सेंटाइल हासिल करने पर प्रमुख समाजसेवी डॉ राजकुमार गोयल ने दी छात्रों को बधाई, बताया समाज और राज्य के लिए गर्व की बात

जेईई मेन-2025 में हिसार के सक्षम जिंदल सहित 24 छात्रों द्वारा 100 पर्सेंटाइल हासिल करने पर प्रमुख समाजसेवी डॉ राजकुमार गोयल ने दी छात्रों को बधाई, बताया समाज और राज्य के लिए गर्व की बात
हिसार : जेईई मेन-2025 परीक्षा में हिसार के सक्षम जिंदल ने ऑल इंडिया रैंक 10 प्राप्त करते हुए न केवल अपने जिले, बल्कि पूरे हरियाणा का नाम रोशन किया है। उनके साथ कुल 24 छात्रों ने 100 पर्सेंटाइल स्कोर कर टॉपर्स की सूची में स्थान बनाया है। यह परिणाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा घोषित किए गए। इस वर्ष जनवरी सत्र में 12.58 लाख और अप्रैल सत्र में 9.92 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।
अखिल भारतीय अग्रवाल समाज हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. राजकुमार गोयल ने इन सभी मेधावी छात्रों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "यह हमारे समाज और राज्य के लिए अत्यंत गौरव की बात है कि 24 छात्रों ने 100 पर्सेंटाइल प्राप्त कर अपने लक्ष्य की ओर बड़ा कदम बढ़ाया है। सक्षम जैसे छात्र हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।" सक्षम जिंदल के पिता ने बताया कि उनका बेटा आईआईटी मुंबई में दाखिला लेने का इच्छुक है और वह अपनी पढ़ाई को लेकर बेहद समर्पित है। 
देशभर से जो छात्र शीर्ष रैंक में शामिल हुए हैं, उनमें राजस्थान से 6, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश एवं महाराष्ट्र से 3-3, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और गुजरात से 2-2, तथा कर्नाटक, हरियाणा और आंध्र प्रदेश से एक-एक छात्र शामिल हैं। इसके अलावा हरियाणा के तीन और छात्रों ने टॉप-80 में जगह बनाई है। अब जेईई एडवांस 2025 के लिए योग्य करीब ढाई लाख छात्र 23 अप्रैल से 2 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। परीक्षा का आयोजन आईआईटी कानपुर द्वारा 18 मई को किया जाएगा तथा परिणाम 2 जून को घोषित किया जाएगा।

Sunday, April 20, 2025

April 20, 2025

राजकीय महिला महाविद्यालय जींद में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया।

राजकीय महिला महाविद्यालय जींद में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
जींद : डॉ कृष्ण लाल मिढ़ा, डिप्टी स्पीकर हरियाणा विधानसभा बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। सत्र 2023–24 के दौरान विश्वविद्यालय स्तर पर प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को रोल ऑफ हॉनर व नकद पुरस्कार तथा महाविद्यालय स्तर पर प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को नकद राशि से सम्मानित किया गया। विभिन्न स्तरों पर आयोजित खेलकूद प्रतियोगिताओं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को तथा बहुमुखी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को भी रोल ऑफ़ ऑनर तथा कॉलेज कलर प्रदान किए गए। प्राचार्य श्री जय नारायण गहलावत ने महाविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट के माध्यम से महाविद्यालय में सत्र 2024–25 के दौरान हुई गतिविधियों का वार्षिक लेखा जोखा प्रस्तुत किया तथा यह संदेश दिया कि इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन छात्राओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। 
मुख्य अतिथि श्री कृष्ण लाल मिढ़ा ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आश्वासन दिया कि इस महाविद्यालय के विकास में सरकारी स्तर पर कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि महाविद्यालय द्वारा प्रस्तुत मांगों को पूरा करवाने का प्रयास किया जाएगा। श्री नरेन्द्र कुमार ढूल बतौर मास्टर ऑफ सेरेमनी रहे। डॉ राजेश बुरा तथा डॉ सुमिता आशरी ने मंच संचालन किया। डॉ मनोज कुमार, आई. क्यू.ए.सी. इंचार्ज ने कार्यक्रम का संचालन किया।

इस समारोह में डॉ ए.के. चावला पूर्व वाइस चांसलर विशिष्ट अतिथि रहे। उन्होंने कहा कि महिलाओं महिलाएं शिक्षित होगी तो ही समाज का सर्वांगीण विकास हो पाएगा।
इस अवसर पर अन्ना टीम से सुनील वशिष्ठ, विकास लोहान, प्रधान जिला बार एसोसिएशन जींद, सत्यवान मलिक, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय जींद, रणबीर यादव, राजकीय महाविद्यालय पिल्लू खेड़ा, श्कौशल, पूर्व प्राचार्य, पी अगर पूर्व प्राचार्य शिक्षाविद श्री नंदलाल मिगलानी तथा जींद शहर के अनेक गणमान्य सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बतौर अतिथि समारोह की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर महाविद्यालय से श्री जितेंद्र शर्मा, श्री अजीत कुमार जी, श्री अनूप कुमार, श्रीमती मनीषा दलाल, डॉ रितु, श्रीमती प्रियंका, डॉ प्रतिभा तथा समस्त स्टाफ सदस्यों ने समारोह में सकारात्मक भागीदारी की।
April 20, 2025

चित्रों में जीवंत हुई जींद की विरासत,सीआरएसयू को समर्पित कलाकृति

चित्रों में जीवंत हुई जींद की विरासत
सीआरएसयू को समर्पित कलाकृति 
जींद : चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला में देशभर से आए कलाकारों ने भाग लिया और जींद की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को अपनी कला के माध्यम से जीवंत किया। कार्यशाला में रानी तालाब और जयंती देवी मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर आधारित कलाकृतियां तैयार की गई। प्रख्यात चित्रकार दीपक कौशिक द्वारा वॉटर कलर तकनीक में तैयार जयंती देवी मंदिर की एक भावनात्मक कलाकृति विश्वविद्यालय की कुलसचिव लवलीन मोहन को भेंट की गई। इस कलाकृति में न केवल धार्मिक स्थल का चित्रण है, बल्कि जींद के लोगों की आस्था और सांस्कृतिक चेतना को भी रंगों के माध्यम से दर्शाया गया है। कुलसचिव लवलीन मोहन ने कहा कि ललित कलाएं किसी भी राष्ट्र की सांस्कृतिक आत्मा होती हैं और इस प्रकार की कार्यशालाएं हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करती है। चित्रकार दीपक कौशिक ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि कला केवल सौंदर्य नहीं, समाज को दिशा देने वाली शक्ति है और ऐसे स्थलों को चित्रों के माध्यम से जीवित रखना कलाकारों की जिम्मेदारी है। कार्यशाला में तैयार सभी प्रमुख कलाकृतियां विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शित की जाएंगी, ताकि छात्र, शिक्षक और आगंतुक जींद की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हो सकें। इस अवसर पर सोशल आउटरीच सेल के निदेशक विजय कुमार भी मौजूद रहे।

Monday, April 14, 2025

April 14, 2025

हिसार से कहां-कहां के लिए उड़ेगी फ्लाइट? अयोध्या के लिए दिखाई गई हरी झंडी

हिसार से कहां-कहां के लिए उड़ेगी फ्लाइट? अयोध्या के लिए दिखाई गई हरी झंडी
हिसार : पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार (14 अप्रैल) को हिसार से अयोध्या के लिए कमर्शियल उड़ान को हरी झंडी दिखाई और एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल भवन के लिए आधारशिला रखी. हवाई यात्रा को सुरक्षित, किफायती और सभी के लिए सुलभ बनाने की प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री मोदी ने महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन के लिए आधारशिला रखी.
https://x.com/NayabSainiBJP/status/1911701654787031458?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1911701654787031458%7Ctwgr%5Ebc6e550949d17b6325795882b62b9cad12396849%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.abplive.com%2Fstates%2Fharyana%2Fpm-modi-flags-off-hisar-ayodhya-flight-maharaja-agrasen-airport-foundation-stone-new-terminal-building-nayab-singh-saini-2924766

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ''विकसित हरियाणा के संकल्प की उड़ान, हरि की धरा से अयोध्या धाम. जय श्री राम. यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हरी झंडी दिखाकर हरियाणा के पहले हवाई अड्डे (महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा, हिसार) से उड़ान का शुभारंभ और नए टर्मिनल भवन का शिलान्यास किया.

*'ये कदम विकसित हरियाणा के संकल्प में मील का पत्थर'*

उन्होंने आगे लिखा, ''हरियाणा के मेरे 2.80 करोड़ परिवारजनों की ओर से प्रधानमंत्री जी का आभार और सभी हरियाणवियों को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं. मुझे विश्वास है कि यह कदम 'विकसित भारत-विकसित हरियाणा' के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा.''
*हिसार के उन्मुक्त आसमान में विकास की उड़ान-सावित्री जिंदल*

वहीं, हिसार से विधायक और पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने एक्स पर लिखा, ''हिसार के उन्मुक्त आसमान में विकास की उड़ान. आज हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कर-कमलों से महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे का भव्य शुभ आरंभ हुआ. यह सिर्फ एक एयरपोर्ट नहीं, बल्कि हिसार के सपनों और संभावनाओं का प्रवेशद्वार है.
सावित्री जिंदल ने आगे लिखा, ''जनसामान्य के लिए सुलभ हवाई यात्रा, व्यापार के नए अवसर और युवाओं के लिए सुनहरा भविष्य—यह हिसार के विकास की नई उड़ान है. माननीय प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी जी का हार्दिक स्वागत एवं आभार, जिन्होंने इस ऐतिहासिक पल को साकार किया.''
*हिसार से कहां-कहां के लिए उड़ेगी फ्लाइट?*

महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का निर्माण अनुमानित 410 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा. इसमें एक अत्याधुनिक यात्री टर्मिनल, एक कार्गो टर्मिनल और एक एटीसी भवन शामिल होगा. इस परियोजना को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रधानमंत्री मोदी के यहां से अयोध्या के लिए उड़ान को हरी झंडी दिखाने के संबंध में पहले एक बयान में कहा गया था कि हरियाणा में हवाई मार्ग के जरिए संपर्क बढ़ाने के उद्देश्य से हिसार से अयोध्या के लिए सप्ताह में दो बार और जम्मू, अहमदाबाद, जयपुर और चंडीगढ़ के लिए सप्ताह में तीन उड़ानें शुरू की जाएंगी.
प्रधानमंत्री मोदी भीम राव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर राज्य में 10,000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करने के लिए सोमवार को हरियाणा में हैं. इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और राज्य के कई मंत्री मौजूद थे।

Saturday, April 12, 2025

April 12, 2025

राजकीय उच्च विद्यालय पांडु पिंडारा में बॉक्सिंग नर्सरी के लिए खिलाडिय़ों की ट्रायल

राजकीय उच्च विद्यालय पांडु पिंडारा में बॉक्सिंग नर्सरी के लिए खिलाडिय़ों की ट्रायल
जींद: हरियाणा खेल विभाग द्वारा राजकीय उच्च विद्यालय, पांडु पिंडारा को बॉक्सिंग खेल नर्सरी के रूप में अलॉट किया गया है। इसके तहत खिलाडियों का चयन 12 अप्रैल को किया जाएगा। अध्यापक रामेहर पुनिया ने बताया कि चयन के लिए ट्रायल का आयोजन शाम: 4:00 बजे विद्यालय के खेल परिसर में होगा। ट्रायल में 8 वर्ष से 19 वर्ष तक की आयु के बालक एवं बालिकाएं भाग ले सकते हैं। खिलाडियों को अपने आयु संबंधी प्रमाण पत्र सहित सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ समय पर पहुंचने की अपील की गई है। चयन पूरी तरह खेल प्रतिभा के आधार पर किया जाएगा । हैड मैडम वन्दना देवी ने बताया कि खेल नर्सरी सरकार की एक युगांतकारी योजना है, जो विद्यार्थियों को नशे की प्रवृत्ति से दूर रखने के साथ-साथ उन्हें खेल भावना से जोड़ती है ताकि विद्यार्थी खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त कर राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें।
 चेयरमैन मनीषा रंधावा ने बताया की खेल नर्सरी देश हित के लिए अच्छी पहल है। और ग्राम पंचायत पांडु पिंडारा सरपंच कुलदीप मलिक ने बॉक्सिंग क्लब को बेहतर बनाने में पंचायत ओर कुलदीप रंधावा की अहम भूमिका रही हैं।।
कोच दीपक यादव NIS की देख रेख में चलाई जाएंगी।।

Friday, April 11, 2025

April 11, 2025

मोतीलाल स्कूल में बैसाखी पर रही कार्यक्रमों की धूम

मोतीलाल स्कूल में बैसाखी पर रही कार्यक्रमों की धूम
जींद: मोतीलाल नेहरू पब्लिक विद्यालय की प्राथमिक विभाग की सैपलिंग शाखा में बैसाखी पर्व बड़े ही हषोल्लास के साथ मनाया गया। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक बनाए बल्कि छोटे बच्चों में भारतीय परंपराओं और त्योहारों की गहरी समझ विकसित करने का एक सशक्त माध्यम भी सिद्ध हुआ। इस भव्य आयोजन में नर्सरी कक्षा से पहली कक्षा तक के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भाग लेकर कार्यक्रम को जीवंतता प्रदान की। विद्यालय के बच्चों ने रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजकर मंच पर अपनी प्रस्तुतियां दी। पंजाबी लोकगीतों पर आधारित भांगड़ा, गिद्दा और पारंपरिक नृत्य ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों ने बैसाखी क्या है विषय पर आधारित लघुनाटिका भी प्रस्तुत की। जिसमें खेती, फसल की कटाई और किसानों की जीवनशैली को दर्शाया गया। इस प्रस्तुति ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि दर्शकों को इस पर्व के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व से भी अवगत कराया। विद्यालय के प्राथमिक विभाग के शिक्षिकाओं ने बच्चों को बैसाखी के महत्व को सरल और रोचक कहानियों, चित्रों और गतिविधियों के माध्यम से समझाया। बच्चों ने बैसाखी से संबंधित पोस्टर बना कर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। विद्यालय प्राचार्य रविंद्र कुमार ने कहा कि हमारे विद्यालय का प्रयास हमेशा से बच्चों को न केवल शैक्षणिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध बनाना रहा है। बैसाखी जैसा पर्व हमारे कृषि प्रधान देश की आत्मा है। छोटे बच्चों के माध्यम से जब हम अपनी जड़ों से जुडऩे का प्रयास करते हैं तो यह अनुभव अत्यंत प्रेरणादायक होता है। विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष संदीप दहिया ने बच्चों की प्रस्तुति को अत्यंत सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि यह देखकर हर्ष हो रहा है कि हमारे विद्यालय के नन्हें छात्र व छात्राएं इतनी कम उम्र में भी भारतीय संस्कृति को आत्मसात कर रहे हैं। इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है। साथ ही वे अपने देश की परंपराओं से जुड़ पाते हैं। विद्यालय प्रशासक वीपी शर्मा और हेड कोऑर्डिनेटर सुरेंद्र कुमार ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक त्योहार का उत्सव नही था बल्कि यह बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक सार्थक कदम भी रहा। कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों ने रंगों, ध्वनियों और भावनाओं के माध्यम से संवाद करना सीखा। इसमें उन्हें मंच पर प्रदर्शन, अनुशासन, सहयोग और आत्मविश्वास जैसी महत्वपूर्ण जीवन कुशलताएं प्राप्त हुईं।

Thursday, April 10, 2025

April 10, 2025

डिजिटल साक्षरता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शहर में निकाला गया आईटी रथ

डिजिटल साक्षरता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शहर में निकाला गया आईटी रथ
राजकुमार गोयल, करण सिंह, राजकुमार भोला ने हरी झंडी दिखाकर रथ को किया रवाना
अर्बन स्टेट से शुरू हुई यह रथ यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरी
जींद : डिजिटल साक्षरता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हरियाणा नॉलेज कॉरपोरेशन लिमिटेड पंचकूला द्वारा जींद में डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत आईटी रथ यात्रा निकाली गई। इस रथ के माध्यम से लोगों को डिजिटल लिटरेसी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कंप्यूटर कौशल के प्रति जागरूक किया गया। यह रथ यात्रा महात्मा गांधी शिक्षा एवं समाज विकास संगठन अर्बन एस्टेट जींद से रवाना हुई। इस रथ यात्रा को जींद विकास संगठन के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी डॉ. राजकुमार गोयल, एचकेसीएल के क्षेत्रीय निदेशक करण सिंह व संस्था के अध्यक्ष राजकुमार भोला ने हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर  अंकिता खटकड़, अजय वर्मा, पवन बंसल, मंजीत भौंसला, मीना, सुशीला धनखड़, सुरेंद्र रेडू एडवोकेट , राकेश श्योकंद  इत्यादि गणमान्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
यह आईटी रथ यात्रा शहर के प्रमुख मार्गो से गुजरी। यह यात्रा अर्बन एस्टेट, डिफेंस कॉलोनी, पुराना बस स्टैंड से होते हुए स्कीम 5, 6 रानी तालाब, पालिका बाजार, बैक रोड, रामराय गेट, झांझ गेट, रूपया चौक होते हुए पटियाला चौक की तरफ रवाना हुई। इस दौरान रास्ते में जगह जगह पर आमजन को डिजिटल साक्षरता के महत्व से अवगत करवाया गया। इस रथ के माध्यम से युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ई-लर्निंग, एमएस ऑफिस, इंटरनेट, ईमेल, ऑनलाइन सुरक्षा और साइबर जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई।
इस मौके पर डा. राजकुमार गोयल ने कहा कि जैसे हर व्यक्ति के लिए शारीरिक रूप से साक्षर होना आवश्यक है वैसे ही डिजिटल युग में डिजिटल साक्षरता भी अत्यंत आवश्यक है। कंप्यूटर और इंटरनेट हर कार्यक्षेत्र से जुड़ चुके हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। गोयल का कहना है की समय की मांग है कि हम डिजिटल रूप से जागरूक बनें।
इस अवसर पर एचकेसीएल के क्षेत्रीय निदेशक करण सिंह ने कहा कि टेक्नोलॉजी ने जहां जीवन को आसान बनाया है वहीं कई नई चुनौतियां भी सामने आई हैं। डिजिटल साक्षरता से ही हम इन जोखिमों से सुरक्षित रह सकते हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अनचाहे एप्लिकेशन डाउनलोड न करें गोपनीय पासवर्ड सांझा न करें, और ऑनलाइन लेनदेन करते समय सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि पुरे हरियाणा में रथ यात्राएँ निकाली जा रही है | इन यात्राओं के माध्यम से डिजिटल साक्षरता के प्रति जागरूक किया जा रहा है | आज जींद में यह रथ यात्रा निकाली गई जिसका लोगो ने खूब फायदा उठाया |
इस अवसर पर एचकेसीएल कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र जींद के निदेशक राजकुमार भोला ने कहा कि डिजिटल इंडिया के इस युग में जींद में चलाया गया यह आईटी रथ अभियान निश्चित ही समाज को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि एचकेसीएल कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र नजदीक जाट धर्मशाला, अर्बन एस्टेट, जींद में रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। यहां HKCL के विभिन्न कोर्स जैसे HSCIT, HSCIT (A), और HSCIT (A+) के तहत प्रशिक्षण दिया जाता है, जो ग्रुप C व D की भर्तियों के लिए SETC परीक्षा में छूट प्रदान करता है एवं एचकेआरएन की सभी भर्तियों में मान्य है।

Thursday, April 3, 2025

April 03, 2025

स्वागतं नव संवत्सरम्’— सांस्कृतिक-साहित्यिक अभिव्यक्ति के साथ नववर्ष का स्वागत

*’स्वागतं नव संवत्सरम्’— सांस्कृतिक-साहित्यिक अभिव्यक्ति के साथ नववर्ष का स्वागत*
जींद : अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, जींद इकाई द्वारा विक्रम संवत 2082 के शुभारंभ पर “स्वागतं नव संवत्सरम्” शीर्षक से सांस्कृतिक-साहित्यिक पर्व का आयोजन दिनांक 1 अप्रैल 2025 को विवेकानंद भवन, चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में किया गया।*

यह आयोजन नव ऊर्जा, नव संकल्प और नव चेतना के भाव के साथ भारतीय सांस्कृतिक चेतना को दृढ़ता से स्वीकारने और भावी पीढ़ी को सौंपने वाला एक गौरवशाली आयोजन था। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्यकार, विचारक एवं शिक्षाविद डॉ. मंजुलता ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा:

*नव संवत्सर केवल पंचांग का एक नया पृष्ठ नहीं होता, यह भारत की सांस्कृतिक आत्मा का नवजागरण है। हिंदू नववर्ष पश्चिमी नववर्ष की भौतिक चकाचौंध से भिन्न, आध्यात्मिक आरंभ का प्रतीक है। यह दिन ब्रह्मा जी के सृष्टि निर्माण का है, जो हमारे भीतर सृजन, चेतना और राष्ट्रधर्म के पुनरुत्थान का आह्वान करता है। हमें साहित्य और संस्कृति के माध्यम से राष्ट्र की आत्मा को स्वर देना है। यही नवसंवत्सर की सार्थकता है।*
डॉ. मंजुलता ने “नव संवत्सर की वेला” शीर्षक से एक  कविता अत्यंत हार्दिकता से प्रस्तुत की
*उषा की लाली से चमका नव आशा का दीप,*
*संस्कृति की पालकी आई, लिए पुरातन-नीति*
*ऋतुचक्र ने बदली चूनर, फूलों की मुस्कान,*
*हिंदू नववर्ष फिर आया, लेकर पुण्य प्रमाण।*

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्रीमती हिमानी गुप्ता, जो एक सक्रिय संस्कृति-कर्मी हैं, ने अपने भावपूर्ण वक्तव्य में कहा:
*नवसंवत्सर हमारी संस्कृति से जुड़ने और परंपराओं को समझने का एक सुंदर अवसर है। ऐसे आयोजन नई पीढ़ी को यह बताते हैं कि हमारा हिंदु नववर्ष हमारी परंपराओं और जीवन की लय के अनुरूप है। अखिल भारतीय साहित्य परिषद् का यह प्रयास प्रशंसनीय है — यह समाज में संस्कृति और संस्कारों की चेतना को जाग्रत करने वाला कार्य है।*
जिला इकाई की अध्यक्ष श्रीमती मंजू मानव ने अतिथियों और सहभागियों का स्नेहिल स्वागत करते हुए नववर्ष को महान पर्व बताया। और अपने मधुर कंठ से यह गीत गाती हुई सब को भारतीय ताकि रंग में रंग दिया
*नववर्ष का यह पर्व हमें, अपनेपन से जोड़ता है,*
*मिट्टी की खुशबू में भी, संस्कारों को तोलता है।”*
मंजू मानव ने कहा कि हिन्दू नववर्ष की हमारी नई पीढ़ी को हमारी जड़ों सेजोडता है, जो बढ़ती हुई उनके भावी जीवन को उज्जवल बनाता है ,भटकी हुई हमारी संतति  को राह दिखाने का दीपस्तंभ हैं।
इस आयोजन में प्रांतीय संचार मंत्री डॉ. शिवनीत की उपस्थिति ने कार्यक्रम को संगठित संरचना और समन्वय की दृष्टि से एक सुदृढ़ आधार प्रदान किया।
उन्होंने कहा:
  *हिन्दू नववर्ष भारतीयता का  गौरव है। साहित्य और सजीव संस्कृति की आत्मा हैं। हमें पूरे उल्लास और उत्साह के साथ अपनी इस पर्व को मनाना चाहिए और प्रतिपदा  से लेकर राम नवमी तक हर रोज़ अपने घरों में दीप प्रज्वलित करने चाहिए।* 
उन्होंने “स्वागतं नव संवत्सरम्” जैसे आयोजन को “सांस्कृतिक पुनर्जागरण का माध्यम” बताते हुए यह भी कहा
*प्रौद्योगिकी के इस युग में संचार और संवेदना को साथ लेकर चलना ही किसी भी संगठन की स्थायित्वपूर्ण सफलता की कुंजी है। हम प्रयासरत हैं कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद् की चेतना एक जीवंत धरोहर बनकर जनमानस तक पहुँचे।*
महामंत्री ब्रजपाल पाल ने अत्यंत सारगर्भित उद्बोधन में कहा:
*नववर्ष वहीं होता है जहाँ प्रकृति स्वयं नूतनता का स्पर्श देती है। कोपलों में जीवन फूटता है, हवाओं में नयापन होता है। हमें खेद है कि हमने पश्चिम की परंपराओं का अंधानुकरण करते हुए अंग्रेज़ी नववर्ष को अपनाया, जबकि वह हमारी आत्मा का उत्सव कभी था ही नहीं। अब समय है कि हम अपने नववर्ष, अपनी परंपराओं और अपनी पहचान को पुनः जीवंत करें।*
कार्यक्रम में डॉ. संदीप  कुमार पानू ,डॉ. आनंद कुमार,इकाई संगठन मंत्री डॉ. क्यूटी,  कोषाध्यक्ष सुमन पूनिया, प्रो. सुनील कुमार,  
सहित अनेक प्रबुद्धजनों ने अपने विचार प्रस्तुत किए । उल्लेखनीय सहभागिता नवोदित रचनाकारों की थी  जिनमें नीरज, सुधा, मीनाक्षी, संदीप, पंकज और मीरा ने अपनी साहित्यिक प्रस्तुतियों और सांस्कृतिक सहभागिता से कार्यक्रम को ऊर्जस्वित किया।उन्होंने न केवल सक्रिय सहभागिता निभाई, बल्कि नववर्ष की चेतना को युवा स्वर भी प्रदान किया
 डॉ संदीप ने कहा कि
*नव संवत्सर जैसे पर्व हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और यह स्मरण कराते हैं कि भारतीयता केवल इतिहास नहीं, जीवंत परंपरा है।*
*डॉ आनन्द ने जोर देकर कहा कि*
*नवसंवत्सर केवल एक वर्ष परिवर्तन नहीं, बल्कि यह भारतीय जीवन दृष्टि में ‘नव आरंभ’ का बोध कराता है। एक ऐसा आरंभ, जहाँ प्रत्येकनागरिक अपने कर्तव्यों और उत्तरदायित्वों को स्मरण कर राष्ट्र निर्माण में भागीदार बन सकता है*
डा क्यूटी ने मधुर सुरीले कंठ से जब गाया
*चिंता क्यों करें ,चिंतन करे ,चिंतन पवित्र पावन है* तो सभी भाव विभोर  हो उठे और गीत के अंत में सब ने समवेत स्वर से यही गान किया। 
डॉक्टर सुमन पूनिया ने बड़ी खुले मन  से कहा कि *ऐसे आयोजन हमें दिशा दिखाते है, सन्मार्गी बनाते हैं और समाज में कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरित करते हैं।*
 मंच संचालन अत्यंत सशक्त एवं भावप्रवण शैली में डॉ. पूनम बिडलान ने किया। संचालन के साथ-साथ उन्होंने मंच पर अपनी एक प्रभावशाली कविता की पंक्तियाँ भी प्रस्तुत कीं, जो श्रोताओं के हृदय को छू गई:
“घायल काफ़िर होकर वो, खुद को वो धर्म का रक्षक बता रहे थे…
मेरे दिल में बैठकर वो, मेरी नसों में ज़हर घोले जा रहे थे…
किनारे पर बैठकर वो, समुद्र की गहराई नाप रहे थे…
कोसों दूर होकर वो, मेरे दिल में उतरने की तरकीब ढूँढ रहे थे…”
*कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थितजनों ने नव संवत्सर के पावन अवसर को भारतीयता, आत्मबोध और सांस्कृतिक चेतना के उत्सव के रूप में मनाने का संकल्प लिया।*